5वीं और 8वीं की परीक्षा इस बार बोर्ड पैटर्न पर की जाएगी। इसमें एक बार छात्र के फेल होने पर उसे दूसरा मौका तो मिलेगा, लेकिन दूसरी बार में भी अगर वह पास नहीं हो पाता है तो उसे फेल ही माना जाकर पूरा साल रिपीट करना होगा। इसके अलावा बोर्ड परीक्षा व उसकी तैयारियों को लेकर शनिवार को आयोजित इंदौर जिले के बीआरसी, बीओ, जनशिक्षक व परीक्षा प्रभारी की बैठक में डीईओ राजेंद्र कुमार मकवानी ने जानकारी दी। साथ ही परीक्षा केंद्र बनाए जाने को लेकर इसी महीने सूची सौंपे जाने के निर्देश भी जारी किए।
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित 5वीं और 8वीं की परीक्षा की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक में डीईओ ने कहा कि शहर में परीक्षा के लेकर जन शिक्षा केंद्रों का निर्माण किया जाएगा। यहीं से परीक्षाअों के प्रश्न पत्रों का वितरण होगा। इसके अलावा वहीं पर जमा कॉपियां जमी भी की जाएंगी। उन्हाेंने निर्देश दिए कि 10वीं, 12वीं की तर्ज पर परीक्षा के बाद कॉपियाें को सील करके कपड़े में रखकर लाना जन शिक्षा केंद्रों तक लाना होगा। इसके अलावा कॉपियांं को जांचने के लिए मूल्यांकन केंद्र भी बनाए जाने को लेकर सूची मांगी गई है। इसके अलावा परीक्षा केंद्र बनाए जाने को लेकर इसी महीने सूचना देना है। इस दौरान डीईओ मकवानी ने स्पष्ट किया कि पांचवी के लिए मिडिल स्कूल एचएम या उच्च श्रेंणी शिक्षक और आठवीं के लिए उच्च श्रेंणी शिक्षकों को केंद्राध्यक्ष बनाया जाएगा। इन परीक्षाओं का प्रभारी डीईओ को बनाया गया है। डीपीसी अक्षय सिंह राठौर ने बताया कि इस बार केवल सरकारी स्कूलों की बात करें तो इंदौर जिले के कुल 1638 प्रायमरी और मिडिल स्कूलों के 28 हजार के करीब छात्र-छात्राएं शामिल होंगे।