ग्राउंड जीरो से भास्कर / दूध, सब्जी, किराना खरीदने के लिए 5 घंटे कम नहीं होते, फिर भी 9 से 12 में भीड़ बढ़ा रहे लोग
सफाई में नंबर 1 शहर की इन दिनों संयम की परीक्षा है, लेकिन लॉकडाउन के चौथे और कर्फ्यू के दूसरे दिन ज्यादातर लोग असंयमित नजर आए। सोशल डिस्टेंसिंग की बिलकुल परवाह नहीं की। सुबह 6 से शाम 6 तक अलग-अलग क्षेत्र से लौटकर हरिनारायण शर्मा की रिपोर्ट... सुबह 6 से 9 : सुबह रही शांति, न आवागमन हुआ न मंदिरों म…